↓
Skip to main content
Categories
Archives
उम्दा शायरी
बेहतरीन एवं उम्दा शायरी
Recent
पतंग जैसे ये उड़ना भी कोई उड़ना है
27 October 2016
·
1 min
__________
लगता तो बेख़बर सा हूँ लेकिन ख़बर में हूँ
27 October 2016
·
1 min
__________
जहाँ भी जाऊ नज़र में हूँ ज़माने की
27 October 2016
·
1 min
__________
तराशना ही था हीरा तो मेरा तेरा क्या
27 October 2016
·
1 min
__________
ग़ुरूर उस पे बहुत सजता है मगर कह दो
26 October 2016
·
1 min
__________
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
19 October 2016
·
1 min
__________
हमेशा देर कर देता हूँ मैं
19 October 2016
·
2 mins
__________
उसकी कत्थई आंखों में हैं जंतर मंतर सब
19 October 2016
·
1 min
__________
बुलंदी से उतर आना तो कुछ मुश्किल नहीं लेकिन
19 October 2016
·
1 min
__________
बिछड़ जाऊ तो रिश्ता तेरी यादों से जोड़ूँगा
19 October 2016
·
1 min
__________
←
1
2
3
4
5
→