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फ़ैसला लिखा हुआ रखा है पहले से खिलाफ़।
आप क्या खाक अदालत में सफाई देंगे।।
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Faisla likha hua rakha hai pahle se Khilaaf,
Aap kya Khaak Adalat me Safaai denge.
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December 30, 2017
हद से बड़ी उड़ान की ख्वाहिश तो यूँ लगा
उम्दा वसीम बरेलवी 3 Comments
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हद से बड़ी उड़ान की ख्वाहिश तो यूँ लगा
जैसे कोई परों को कतरता चला गया |
मंज़िल समझ के बैठ गये जिनको चंद लोग
मैं एैसे रास्तों से गुज़रता चला गया ||
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— वसीम बरेलवी