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उम्दा शायरी
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निदा फ़ाज़ली
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निदा फ़ाज़ली
2017
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
10 August 2017
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1 min
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2016
कभी कभी यूँ भी हम ने अपने जी को बहलाया है
27 October 2016
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1 min
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हर तरफ हर जगह बेशुमार आदमी
18 October 2016
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1 min
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दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है
18 October 2016
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1 min
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