October 24, 2017
उम्दा अज्ञात 2 Comments
मेरे बारे में कोई राय न बनाना ग़ालिब मेरा वक़्त बदलेगा और तेरी राय भी !!
— अज्ञात
अंकित पटेल March 5, 2019 @ 10:15 pm
वाह वाह
Reply
ध्यानेन्द्र सिंह राजावत July 18, 2019 @ 12:17 am
हमारे वास्ते कोई दुआ मांगे, असर तो हो हकीकत में कहीं पर हो न हो आँखों में घर तो हो तुम्हारे दोस्ती की बातें सुनाते हैं ज़माने को तुम्हें खबरों में रखते हैं मगर तुमको खबर तो हो..
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March 5, 2019 @ 10:15 pm
वाह वाह
July 18, 2019 @ 12:17 am
हमारे वास्ते कोई दुआ मांगे, असर तो हो
हकीकत में कहीं पर हो न हो आँखों में घर तो हो
तुम्हारे दोस्ती की बातें सुनाते हैं ज़माने को
तुम्हें खबरों में रखते हैं मगर तुमको खबर तो हो..